आजकल शेयर बाजार में चारों दिशाओं से आ रही तेजी ने निवेशकों को हंसी में डाल दिया है, लेकिन इस तेजी के बीच कुछ ऐसे नगीने भी हैं जो कई सालों से बिना थके और बिना रुके रिटर्न दे रहे हैं।
बाजार के एटीएम, यानी वो शेयर जो पिछले कई सालों से एक बार भी नेगेटिव क्लोज होते हुए नहीं दिखाए गए हैं और लगातार एक कंपाउंडर के तौर पर काम कर रहे हैं। पहले एक पर्स्पेक्टिव को देखते हैं कि अगर आप 7% ब्याज से पैसा लगाते हैं, तो 10 साल में आपका पैसा दोगुना होने में लगता है। अगर आप 15% ब्याज से 5 साल लगते हैं,
तो आपका पैसा डबल होने में लगता है और अगर किसी शेयर में जो 20% रिटर्न देता है, तो आपको 35 साल लगते हैं रफल एक पैसा अपना डबल करने में।
कुछ ऐसे शेयर भी हैं जो इसी तरह के जहां पर कांसिस्टेंटली अच्छी परफॉर्मेंस कर रहे हैं। मिसाल के रूप में, जी एड स्टील एवरेज 30% रिटर्न पर है और ऐसा कहीं 14% से लेकर 70% तक का रिटर्न बीते पांच सालों में, लेकिन एक भी साल नेगेटिव रिटर्न नहीं आया है।
इन शेयरों में शामिल हैं:
- लार्ज कैप:
- जी एड स्टील (30% औसत रिटर्न)
- टाइटन (30% औसत रिटर्न)
- एमएंडएम (30% औसत रिटर्न)
- रिलायंस इंडस्ट्रीज (31% औसत रिटर्न)
- ब्रिटानिया (17% औसत रिटर्न)
- मिड कैप:
- टाटा एलेक्सी (80% औसत रिटर्न)
- लिंड इंडिया (66% औसत रिटर्न)
- ट्यूब इन्वेस्टमेंट (62% औसत रिटर्न)
- वरन बेवरेज (57% औसत रिटर्न)
- टाटा ट्रेंड (48% औसत रिटर्न)
इसी तरह की परफॉर्मेंस टाइटन की तरफ से भी देखने को मिली है। निफ्टी में 8% से लेकर 3% मिनिमम रिटर्न, 60% से लेकर 123% तक का पॉजिटिव रिटर्न बीते पांच सालों में, और कोई भी ऐसा साल नहीं जब नेगेटिव रिटर्न आया हो।
लार्ज कैप में, लिंड इंडिया करीब 27% मिनिमम रिटर्न, 156% मैक्सिमम रिटर्न, और कोई भी ऐसा साल नहीं जब नेगेटिव रिटर्न आया हो।
लेकिन मिड कैप में भी कुछ नाम हैं, जैसे टी एल एक्सी जो 80% पॉजिटिव एवरेज रिटर्न के साथ 4% मिनिमम