सरकार ने ग्राहकों को बरगलाने की कोशिश यानी डार्क पैटर्न पर रोक लगा रखी है, लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग की कंज्यूमर अफेयर विभाग और सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस के बावजूद, लोकल सर्कल्स ने बताया है कि ट्रेवल एप्स के ग्राहकों के बीच डार्क पैटर्न का अनुभव हो रहा है।
एक सर्वे के अनुसार, 80 से 90 प्रतिशत कंज्यूमर्स ने बताया है कि उन्हें बुकिंग के दौरान आर्टिफिशियलली प्राइस बढ़ाने का अनुभव हुआ है।
ग्राहकों में 73 प्रतिशत ने कहा है कि ऐसा उन्हें बार-बार होता है, जबकि 20 प्रतिशत ने कहा है कि ऐसा कभी-कभी होता है। 74 प्रतिशत ग्राहकों ने बताया है कि उन्हें हड़बड़ी में डालने के लिए सिर्फ दो सीटें या दो रूम ही दिखाए जाते हैं।
जबकि 67 प्रतिशत ग्राहकों को हिडन चार्ज से ज्यादा परेशानी हो रही है। इसके अलावा, 15 प्रतिशत कंज्यूमर्स को कभी-कभी इस तरह का अनुभव हुआ है।
सर्वे में महानगरों से लेकर टियर टू और टियर फर तक के शहरों के लोगों को शामिल किया गया है, जिन्होंने इस ऑनलाइन बुकिंग डार्क पैटर्न के समस्या से साझा किया हैं।