भारत के केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने शुक्रवार को बताया कि चालू वित्त वर्ष (2023-24) के पहले तीन महीने (अप्रैल-जून) में प्रत्यक्ष कर संग्रह में 15.73 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
इस अवधि में प्रत्यक्ष कर संग्रह 6.53 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 5.63 लाख करोड़ रुपये था.
सीबीडीटी ने बताया कि इस वृद्धि में व्यक्तिगत आयकर संग्रह में 20.29 प्रतिशत की वृद्धि और कॉर्पोरेट कर संग्रह में 12.33 प्रतिशत की वृद्धि का योगदान रहा. व्यक्तिगत आयकर संग्रह इस अवधि में 1.85 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि कॉर्पोरेट कर संग्रह 4.68 लाख करोड़ रुपये रहा.
सीबीडीटी ने बताया कि इस वृद्धि के लिए अर्थव्यवस्था में तेजी से बढ़ती गतिविधियों, आयकर अधिनियम, 2016 में किए गए सुधारों, और सरकार द्वारा जारी किए गए प्रोत्साहन को जिम्मेदार ठहराया गया है.
इस वृद्धि को सरकार के लिए एक बड़ी राहत माना जा रहा है, क्योंकि यह अर्थव्यवस्था को चालू रखने और विकास को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक राजस्व जुटाने में मदद करेगा.