भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चंद्रयान-3 रोवर प्रज्ञान ने आज एक बड़ी सफलता हासिल की है। रोवर ने चंद्रमा की सतह पर एक 100 मिमी के गड्ढे को पार कर लिया है। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि यह रोवर की क्षमताओं को दर्शाता है।
रोवर प्रज्ञान ने गड्ढे को पार करने के लिए अपनी रोबोटिक भुजा का इस्तेमाल किया। रोवर ने अपनी भुजा को गड्ढे के किनारे पर रखकर उस पर चढ़ गया। इसके बाद, रोवर ने अपनी भुजा को गड्ढे के दूसरी तरफ निकाल लिया।
रोवर प्रज्ञान के गड्ढे को पार करने से यह साबित होता है कि यह चंद्रमा की सतह पर किसी भी प्रकार की चुनौती को पार करने में सक्षम है। रोवर अब चंद्रमा की सतह पर अपने वैज्ञानिक मिशन को जारी रखेगा।
रोवर प्रज्ञान के गड्ढे को पार करने के बाद, ISRO ने एक वीडियो जारी किया। वीडियो में रोवर को गड्ढे को पार करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है।
रोवर प्रज्ञान के गड्ढे को पार करने से भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम को एक बड़ी सफलता मिली है। यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
यहां कुछ अन्य जानकारी दी गई है जो रोवर प्रज्ञान के गड्ढे को पार करने से संबंधित है:
- रोवर प्रज्ञान ने गड्ढे को पार करने के लिए लगभग 1 घंटे का समय लिया।
- गड्ढा चंद्रमा की सतह पर लगभग 100 मिमी गहरा था।
- रोवर प्रज्ञान ने अपने वैज्ञानिक उपकरणों का इस्तेमाल करके गड्ढे का अध्ययन भी किया।
रोवर प्रज्ञान के गड्ढे को पार करने से भारत के चंद्र अन्वेषण में एक नया अध्याय शुरू हो गया है।